कश्मीर हिंसा पर NRI लड़की का मोदी को ओपन लेटर, कहा- लोगों की आवाज सुनें
श्रीनगर. कश्मीरी मूल की एक टीनएजर NRI लड़की ने पीएम को एक ओपन लेटर लिखा है। अमेरिका के जार्जिया में रहने वाली 17 साल की फातिमा शाहीन ने मोदी से कश्मीरियों से बात करने और विरोध कर रहे लोगों की आवाज सुनने की रिक्वेस्ट की है। इस लड़की ने कहा है कि वह 10 जुलाई को अपने रिलेटिव्स से मिलने कश्मीर गईं थी, लेकिन वहां जैसा माहौल था वह सोचने वाला था। बुरहान वानी को लेकर पूछा सवाल....
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शाहीन ने लिखा- यदि हमने कश्मीर के लोगों की चिंता की होती, तो हम लोगों
की इस सोच की चिंता नहीं करते कि बुरहान वानी आतंकी था या शहीद।
- ''बल्कि हमें यह समझने की जरूरत है कि एक स्टूडेंट ने पेन के बजाय बंदूक को अपने करियर के तौर पर क्यों चुना।''
- बता दें कि टेरेरिस्ट बुरहान वानी के एक एनकाउंटर में मारे जाने के बाद घाटी में भड़के भारत विरोधी प्रदर्शन और हिंसा में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
- बता दें कि टेरेरिस्ट बुरहान वानी के एक एनकाउंटर में मारे जाने के बाद घाटी में भड़के भारत विरोधी प्रदर्शन और हिंसा में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
'कश्मीर के लोगों की नहीं कश्मीर की चिंता'
- एनआरआई लड़की ने लिखा है, '' किसी को भी कश्मीर के लोगों की चिंता नहीं है, लेकिन सभी को कश्मीर (जमीन) की चिंता जरूर है।''
- ''आदरणीय प्रधानमंत्री, अगर हम कश्मीरी लोगों का ख्याल रखते हैं तो घाटी में सभी तरह के कम्यूनिकेशन और सोशल मीडिया को बैन करके कोई रास्ता नहीं निकाल सकते।''
- ''आदरणीय प्रधानमंत्री, अगर हम कश्मीरी लोगों का ख्याल रखते हैं तो घाटी में सभी तरह के कम्यूनिकेशन और सोशल मीडिया को बैन करके कोई रास्ता नहीं निकाल सकते।''
- ''कश्मीर के लोगों की बात सुनने के लिए सभी तरह के कम्यूनिकेशन को खुला रखना होगा।''
नहीं मिलती कश्मीर की खबर
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शाहीन ने आगे लिखा है, ''प्रधानमंत्री जी, मैं यहां न्यूज देखती हूं तो
फ्रांस के नीस में हुए हमले की खबर, तुर्की में तख्तापलट की कोशिश से जुड़ी
खबरों के अलावा दक्षिण भारत में मानसून से जुड़ी खबरें तक दिखाई दे जाती
हैं। लेकिन कश्मीर से जुड़ी खबरें कहां हैं?''
- ''इस वजह से मैं यह भी नहीं जान सकती थी कि मेरे होम टाउन में क्या चल रहा है?
- ''इस वजह से मैं यह भी नहीं जान सकती थी कि मेरे होम टाउन में क्या चल रहा है?

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