West Bengal Health Department Report: विशेषज्ञों का कहना है कि किशोर मांओं को गर्भावस्था के समय स्वास्थ्य का जोखिम ज्यादा होता है और प्रसव के दौरान उन्हें जीवन-मृत्यु जैसे खतरे का सामना करना पड़ता है. ऐसी मांओं के बच्चों को जन्म के समय कम वजन, समय से पहले जन्म और नवजात को अन्य जटिलताओं का खतरा रहता है.
from Latest News देश News18 हिंदी https://ift.tt/lQcX97V
Auto ad
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
Aam Budget 2023: आम बजट के आने से पहले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि इस बार का बजट समाज के सभी वर्गों को ध्यान में रखते ह...
-
बड़ी खबर बिहार के जहानाबाद में सरेआम लड़की के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई लड़की के साथ मारपीट की गई और यहां तक कि उसके कपड़े भी फाड़ दि...
-
AANKHO KI ROSHNI BADHANE KE TARIKE GAJAR KA JUICE PINE SE AANKHO KI ROSHANI TEZZ HOTI HAI ANAAR KE PATTO KO PISS...
No comments:
Post a Comment